Shimla,12 August-पूर्व उद्योग मंत्री और भाजपा विधायक बिक्रम ठाकुर ने पेखुबेला बिजली परियोजना को लेकर प्रदेश सरकार और अधिकारियों पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि 32 मेगावाट क्षमता वाला यह प्रोजेक्ट अब पानी में डूबने के कारण सिर्फ 12–14 मेगावाट ही बिजली पैदा कर पा रहा है।
ठाकुर के अनुसार,ड्रेनेज व्यवस्था की अनदेखी के चलते कंट्रोल रूम में पानी भर गया और सभी 10 इनवर्टर खराब हो गए। इनकी मरम्मत में करोड़ों रुपये खर्च होंगे।उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए प्लांट को जानबूझकर जीरो लेवल पर बनाया गया।
भाजपा विधायक ने यह भी दावा किया कि एसजेवीएनएल ने प्रदेश सरकार को 2.57 रुपये प्रति यूनिट की दर से 210 मेगावाट बिजली देने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन अधिकारियों ने इसे ठुकरा दिया,जिससे राज्य को 500–600 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उनका आरोप है कि जिन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं,सरकार उन्हें ही मलाईदार पदों पर तैनात कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पर पलटवार
लोकसभा चुनाव में कथित गड़बड़ी के कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस की ही सरकार है,ऐसे में अगर कोई गड़बड़ी हुई है तो इसकी जानकारी उन्हें होनी चाहिए।
मंडी लोकसभा चुनाव पर तंज कसते हुए उन्होंने पूछा, “प्रतिभा सिंह की जीत के समय क्या वोटें खरीदी गई थीं?” ठाकुर ने कांग्रेस पर दोहरे रवैये का आरोप लगाया कि जब जीत होती है तो उसे जनादेश कहा जाता है, और हार होने पर चुनावी गड़बड़ी बताई जाती है।उन्होंने देहरा उपचुनाव का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि कांगड़ा कोऑपरेटिव बैंक से लोगों के खातों में सीधे पैसे डालने वाली यही सरकार अब चुनावी धांधली का रोना रो रही है।