लुधियाना (दलजीत विक्की) | राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा ने पाठकों को रचनात्मक और सूचनात्मक सामग्री प्रदान करने में समाचार पत्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया है। एक स्थानीय मीडिया हाउस की 10वीं वर्षगांठ समारोह में बोलते हुए अरोड़ा ने चिंता व्यक्त की कि नकारात्मक समाचारों को अक्सर सकारात्मक विकास की तुलना में अधिक प्रमुखता मिलती है, जो, उन्होंने कहा, समाज में नकारात्मकता फैलाने में योगदान देता है।
उन्होंने बताया कि विकास या सकारात्मक पहल को उजागर करने वाली रिपोर्ट अक्सर अंदर के पन्नों पर चली जाती हैं, जबकि नकारात्मक या अपराध से संबंधित खबरें कई अखबारों के पहले पन्ने पर छाई रहती हैं। उन्होंने कहा, “पत्रकारिता को सकारात्मक भावना से किया जाना चाहिए,” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मीडिया में एक स्वस्थ और अधिक प्रगतिशील समाज बनाने की शक्ति है।
अरोड़ा ने आगे कहा कि कभी-कभी मीडिया द्वारा छोटे-मोटे मुद्दों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है, जिससे निराशावाद का अनावश्यक माहौल बनता है। उन्होंने कहा, “सकारात्मक समाचार लोगों को प्रेरित करने और समाज के कल्याण में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करने की क्षमता रखते हैं।”
जिम्मेदार पत्रकारिता की आवश्यकता पर जोर देते हुए अरोड़ा ने कहा कि पत्रकारिता को केवल एक व्यावसायिक उद्यम के रूप में नहीं बल्कि एक मिशन के रूप में अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने मीडिया घरानों से संख्या से अधिक गुणवत्ता को प्राथमिकता देने का आग्रह किया, उन्होंने कहा कि विश्वसनीयता और पत्रकारिता के मानकों को बेची या प्रसारित की गई प्रतियों की संख्या से अधिक प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
अरोड़ा ने दैनिक समाचार पत्रों के माध्यम से स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि निवारक स्वास्थ्य सेवा, मानसिक स्वास्थ्य, पोषण, फिटनेस और सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल जैसे विषयों की नियमित कवरेज पाठकों को बहुत लाभ पहुंचा सकती है और एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में योगदान दे सकती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्वास्थ्य संबंधी समाचार कभी-कभार की रिपोर्टों तक सीमित नहीं होने चाहिए बल्कि दैनिक पत्रकारिता का एक निरंतर हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने कहा, “सटीक और सकारात्मक स्वास्थ्य जानकारी फैलाने से लोगों को बेहतर जीवनशैली विकल्प चुनने और बीमारियों के बोझ को कम करने में मदद मिल सकती है।” उन्होंने मीडिया घरानों से स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों को अधिक स्थान देने का आग्रह किया।
अपने संबोधन के दौरान अरोड़ा ने जालंधर के स्वतंत्रता सेनानी नरेंद्र नाथ खन्ना को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने 9 मार्च, 1947 को अपने प्राणों की आहुति दी थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को हमेशा सम्मान दिया जाना चाहिए और याद किया जाना चाहिए। इस अवसर पर सांसद अरोड़ा ने रुचि कौर बावा, रविंदर स्यान और दर्शन लाल लड्डू सहित कई प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित किया। अन्य प्रमुख उपस्थित लोगों में गौतम जालंधरी, बलराज खन्ना और एडवोकेट राजेश मेहरा शामिल थे।