नाहन, सतीश शर्मा ( TSN)– यूं तो दीपावली का पर्व पूरे देश में मनाया जा रहा है, मगर सिरमौर जिला के दूरदराज गिरिपार इलाके में इस पर्व को मनाने का अंदाज ही अलग है यहां पारंपरिक तरीके से दीपावली मनाई जाती है।अमावस्या की रात यहां गाँव मे लोगों द्वारा मशाले जलाई जाती है । गांव के मंदिर परिसर में इकट्ठा होकर मशाले जलाई जाती है और उसके बाद मशाल यात्रा के दौरान पूरे गांव की परिक्रमा की जाती है।
लोगों ने बताया कि सदियों से दीपावली को मनाने की यह परंपरा यहां सदियों चली आ रही है,जिसे आज भी बखूबी निभाया जा रहा है.उन्होंने बताया कि दीपावली के दौरान यहां लोग बड़ी संख्या में मेहमान बाजी करने पहुंचते हैं.खासकर उन इलाकों से जहां एक महीने बाद बूढ़ी दीपावली मनाई जाएगी। लोग नाते रिश्तेदारों के साथ मिलकर दीपावली का लुत्फ उठाते आते हैं. वही दीपावली के लिए पहाड़ी व्यंजन भी विशेष रूप से तैयार किए जाते हैं।
इलाके की सुख समृद्धि के लिए होती है कामना
लोगों ने बताया कि इन इलाकों के तमाम वह लोग जो सरकारी नौकरी या अन्य कामकाज करने गांव से बाहर रहते हुए वह तमाम लोग दीपावली के दौरान अपने अपने गांव में आना सुनिश्चित करते है और गांव के सभी लोग मिलजुलकर दीपावली मनाते हैं।इस इलाके में तीन से चार दिनों तक दीपावली का पर्व मनाया जाता है और इस दौरान सिरमौर जिला की समृद्ध लोक संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।