गूगल न सिर्फ भारत में बल्कि विश्व के सभी देशों में काफी प्रसिद्ध है। इतना ही नहीं दुनिया के सर्च इंजन में सबसे पहले Google का ही नाम लिया जाता है। हम इसको यूं ज्ञान का भंडार भी कह सकते हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है। शायद ही कोई ऐसा सवाल हो जो गूगल पर सर्च करने पर उसका जवाब न मिले। Google अपने यूजर के लिए कई प्रकार के मुख्य फ्री सुविधाएं देता है। जिससे यूजर आसानी से फ्री में लाभ ले पाते हैं। गूगल का इस्तेमाल आज के टाइम में हर वो लोग करते हैं जो कि इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। इसका इस्तेमाल आपने कभी न कभी जरूर किया होगा। आप आर्टिकल को गूगल पर सर्च करके ही पढ़ रहे हैं।
गूगल को इंटरनेट की दुनिया में आने से बहुत से चीज़े आसान हो गई है। अगर आपको पता चले कि Google हमेशा आपकी लोकेशन एक्सेस करता है तो आपको कैसा लगेगा। जी हां, गूगल आपकी हर लोकेशन को ट्रैक कर रहा होता है। आप जिस प्रोडक्ट के बारे में सोचते हैं या खरीदने का प्लान कर रहे होते हैं। सब कुछ पता चल जाता है। गूगल यूजर्स की लोकेशन को कई कारणों से ट्रैक करता है। लेकिन ऐसा सोचना गलत है। क्योंकि ट्रैकिंग बंद करने से गूगल आपको ट्रैक करना बंद नहीं करता।
गूगल को 7,000 करोड़ रुपए का करना होगा भुगतान
मीडिया सूत्रों के अनुसार गूगल के खिलाफ इस गलती को लेकर मामला दर्ज किया गया है। जिसमें उनके ऊपर आरोप लगा है कि उसने यूजर्स को गुमराह किया। कंपनी ने यूजर्स की लोकेशन कैसे और कब ट्रैक की जाती है उन्हें धोखे में रखा। अब गूगल को हर्जाने के तौर पर 93 मिलियन का भुगतान करेगा, जो लगभग 7,000 करोड़ रुपए है। यह मुकदमा कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल, रॉब बोंटा ने दायर किया। दरअसल यूजर्स को उनके लोकेशन डाटा पर नियंत्रण के लिए गलत प्रभाव दिया। जांच से पता चला है कि Google ने अपने यूजर्स को कहा था कि वह एक बार ऑप्ट आउट करने के बाद उनकी लोकेशन को ट्रैक नहीं करेगा। लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाया। वह गूगल अपने बिजनेस को फायदा पहुंचाने के लिए यूजर्स की एक्टिविटी को ट्रैक करता रहा। वहीं दूसरी ओर गूगल अपनी इस गलती को नहीं मानता। अब कंपनी समझौता करने के लिए सहमत हो गई और वह $93 मिलियन की पेमेंट देगा।
गूगल का पूरा नाम क्या है
गूगल का पूरा नाम Global Organization Of Orientated Group Language of Earth है।
गूगल का मालिक कौन है ?
गूगल के मालिक Larry Page और Sergey Brin है।
(एकता)