Shimla,24 September-लंदन स्थित हाउस ऑफ लॉर्डस को संबोधित करने वाले पहले भारतीय मुख्यमंत्री बनकर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने नया इतिहास रचा।मंगलवार शाम इंडो-यूरोपियन बिजनेस फोरम द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन में उन्होंने मुख्य भाषण दिया और वैश्विक निवेशकों को हिमाचल प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
इंडो-यूरोपियन बिजनेस फोरम ने प्रदान किया लीडरशिप एंड गवर्नेंस अवार्ड
मुख्यमंत्री ने स्वच्छ ऊर्जा,पर्यटन,बागवानी,सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में मौजूद अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश न केवल विश्व स्तरीय पर्यटन गंतव्य है बल्कि निवेश के लिए भी एक भरोसेमंद और आकर्षक स्थान बनकर उभरा है।सीएम सुक्खू ने बताया कि राज्य सरकार ‘व्यवस्था परिवर्तन से आत्मनिर्भर हिमाचल’ के संकल्प को मूर्त रूप दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश जलविद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा में अग्रणी है और यूरोपीयन विशेषज्ञता के साथ मिलकर इन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं।उन्होंने यूरोपीयन निवेशकों को कृषि,डेयरी,जैविक उत्पादों और सतत् जीवनशैली के क्षेत्र में भी निवेश करने का निमंत्रण दिया और भरोसा दिलाया कि हिमाचल उन्हें स्थिरता,विश्वास और साझा मूल्यों पर आधारित मजबूत साझेदारी प्रदान करेगा।
इस अवसर पर इंडो-यूरोपियन बिजनेस फोरम ने मुख्यमंत्री सुक्खू को उनके दूरदर्शी नेतृत्व और परिवर्तनकारी नीतियों के लिए लीडरशिप एंड गवर्नेंस अवार्ड से सम्मानित किया।कार्यक्रम में आईईबीएफ के संस्थापक विजय गोयल,लॉर्ड डेविड इवांस, मंत्री कनिष्क नारायण, मंत्री सीमा मल्होत्रा, सांसद वीरेंद्र शर्मा, घाना के उच्चायुक्त सैमुअल महामा,श्रीलंका के पूर्व विदेश मंत्री डॉ. रोहितगा, डॉ. नीरजा बिड़ला, निहारिका हांडा, तेजेश कुमार कोडाली, सुबोध कुमार गुप्ता और संदीप साली सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।