Mandi,7 August-चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे (एनएच-3) को बंद हुए 36 घंटे से ज्यादा का समय हो चुका है। मंगलवार रात करीब 10 बजे मंडी जिला के दवाड़ा के पास भारी भूस्खलन के कारण यह मार्ग बाधित हो गया था। तब से लेकर अब तक एनएचएआई की मशीनें लगातार सड़क को बहाल करने में जुटी हुई हैं।
बुधवार को दिन भर पहाड़ी से चट्टानें गिरने का सिलसिला जारी रहा,जिससे मार्ग को खोलने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। झलोणी टनल के पास फंसे छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्ग कटौला होते हुए मंडी की ओर भेजा गया है। हालांकि, अभी भी दर्जनों बड़े वाहन वहीं फंसे हुए हैं। उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था एनएचएआई और प्रशासन द्वारा की गई है।भूस्खलन की चपेट में एक तेल टैंकर भी आ गया,हालांकि टैंकर चालक पूरी तरह सुरक्षित है।चट्टानों के गिरने से टैंकर को नुकसान जरूर पहुंचा और उससे पेट्रोल सड़क पर फैल गया।
दवाड़ा में भारी भूस्खलन से बाधित हुआ मार्ग
वहीं,जोगनी मोड़ के पास हुए भूस्खलन को हटा लिया गया है,जिससे दवाड़ा और जोगनी मोड़ के बीच फंसे वाहनों को पंडोह की ओर वापस भेजा गया है।दवाड़ा फ्लाईओवर को भी भारी नुकसान पहुंचा है।यहां पहाड़ी से गिर रही चट्टानों के चलते फिलहाल इस फ्लाईओवर पर यातायात को बंद कर दिया गया है।एनएचएआई ने बताया कि फ्लाईओवर की मरम्मत के बाद ही इसे फिर से खोला जाएगा।हाईवे को आज दोपहर तक बहाल किए जाने की संभावना जताई जा रही है, बशर्ते मौसम अनुकूल रहा और पहाड़ी से मलबा गिरना बंद हुआ।