यमुनानगर -(जसकिरन)- कड़ाके की ठंड ने तो सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए दूसरी तरफ पूरे सप्ताह में केवल 2 दिन पर किसानों की फसलों में पीलापन पड़ गया है, बता दें की बूँदाबादी एंव धुप पर गेंहू की फसल में पीलापन देख किसान है। कृषि विभाग अनुसार उनका यह कहना है की इस बार धूप कम निकली और बूंदाबांदी भी नहीं हुई। हल्की बूंदाबांदी होती है तो पीलापन दूर हो जाएगा। फिर भी किसान दो किलोग्राम एनपीके 200 लीटर पानी में या फिर 200 लीटर पानी में पांच किलोग्राम यूरिया व 700 ग्राम 33 प्रतिशत मात्रा वाला जिंक सल्फेट मोनोहाइड्रेट घोल कर फसल पर स्प्रे करे।
अभी तक तो कोई पीला रतुआ संकेत नहीं परंतु बता दें की जनवरी का आखरी सप्ताह गेंहू की फसल के लिए हानिकारक हो सकता है। यह समय गेहूं में पीला रतुआ बीमारी का प्रवेश है, इसलिए उनकी चिंता जायज है। पीला रतुआ फसल पर बुरा प्रभाव डालता है। यह बीमारी एक खेत से दूसरे खेत में भी खड़ी फसल को हवा के साथ फैल सकती है। किसान खेत में पीलापन देखते हुए विभिन्न कीटनाशकों और दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं।