Mandi,Dharamveer(TSN)-मंडी की गीता देवी ने जीवन की कठिन राहों को पार करते हुए अब खुद का व्यवसाय शुरू किया है। करीब 25 साल तक दूसरों के घरों में काम करने के बाद गीता देवी ने स्वरोजगार की राह चुनी है।प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 1 लाख रुपये का ऋण लेकर उन्होंने मंडी शहर में रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान शुरू की।इस यात्रा में उन्हें प्रेरणा मिली एसपीयू की पूर्व प्रति कुलपति प्रोफेसर अनुपमा सिंह से,जिनके घर गीता देवी पिछले 6 वर्षों से काम कर रही थीं।
पीएम मुद्रा योजना से मिला सहारा
बुधवार को गीता देवी की दुकान का उद्घाटन प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने अपने कर कमलों से किया।गीता देवी निचला लोट पंचायत की रहने वाली हैं और पिछले 25 वर्षों से मंडी शहर में रह रही हैं।उनके पति होटल में वेटर का काम करते हैं। गीता देवी बताती हैं कि शादी के बाद जब वे मंडी आईं,तो नौकरी के अवसरों की कमी के चलते उन्होंने घरेलू कामों और सिलाई के जरिए घर की आर्थिकी को संभाला। अपने परिश्रम से उन्होंने अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दी—बेटा अब चंडीगढ़ में नौकरी कर रहा है और बेटी सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटी है।अब जब खुद की दुकान का सपना साकार हुआ है, तो गीता देवी कहती हैं कि यह सब पीएम मुद्रा योजना और प्रोफेसर अनुपमा सिंह के मार्गदर्शन के बिना संभव नहीं था।
इस मौके पर प्रोफेसर अनुपमा सिंह ने गीता देवी के साहस और मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे उदाहरण समाज में अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करते हैं
क्या है प्रधानमंत्री मुद्रा योजना?
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना(PMMY)भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है,जिसकी शुरुआत 8 अप्रैल 2015 को हुई थी।इस योजना के तहत छोटे और मध्यम स्तर के कारोबारियों को बिना गारंटी के 50 हजार से लेकर 10 लाख रुपये तक का ऋण प्रदान किया जाता है,ताकि वे अपना व्यवसाय शुरू कर सकें या उसका विस्तार कर सकें।