Mandi,6 October-हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि राज्य की मौजूदा कांग्रेस सरकार न केवल आपदा प्रभावित लोगों की अनदेखी कर रही है,बल्कि उनके पुनर्वास में बाधाएं भी खड़ी कर रही है।उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उन सड़कों के निर्माण तक की अनुमति नहीं दे रही, जिनसे मलबे में दबे लोगों के शव निकाले जा सकते हैं।
सराज विधानसभा क्षेत्र के धरबार थाच और बागा चुनोगी में आपदा प्रभावित परिवारों से मुलाकात के बाद जारी बयान में जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ऐसी “असंवेदनशील और अराजक सरकार” पहले कभी नहीं देखी गई। उन्होंने बताया कि पांडव शिला से धार तक की सड़क आपदा में बह गई थी। उच्च न्यायालय ने उस सड़क को एंबुलेंस रोड के रूप में पुनर्निर्माण करने के निर्देश दिए थे, लेकिन स्थानीय कांग्रेस नेताओं के दबाव में वन विभाग और लोक निर्माण विभाग ने काम रुकवा दिया।
जयराम ठाकुर ने कहा, “लोग अपने पैसों से मशीनें लगाकर सड़क बना रहे थे ताकि मलबे में दबे अपने परिजनों की लाशें निकाल सकें, पर सरकार ने न केवल काम रुकवा दिया बल्कि मशीन जब्त कर ली और पंचायत प्रधान पर एफआईआर दर्ज कर दी। यह कदम पूरी तरह अमानवीय और शर्मनाक है।उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों को डेढ़ घंटे पैदल चलना पड़ रहा है। बीते दिनों एक बच्चा ढांक से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि अब भी तीन शव मलबे में दबे हैं। “सरकार अगर थोड़ी भी संवेदना रखती, तो कम से कम मृतकों के सम्मान और परिजनों के संतोष के लिए रास्ता बनने देती.नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को इस मामले से अवगत कराते हुए कहा कि सरकार अगर “तानाशाही और फासीवादी रवैया” अपनाती है, तो विपक्ष भी जनता के साथ खड़ा होकर इसका डटकर विरोध करेगा।
गोद लिए विद्यालय में बच्चों के बीच पहुंचे जयराम ठाकुर, हुए भावुक
दौरे के दौरान जयराम ठाकुर ने वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बागा चुनोगी का भी दौरा किया, जिसे उन्होंने गोद लिया हुआ है। उन्होंने शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों से मुलाकात कर स्कूल की आवश्यकताओं और समस्याओं की जानकारी ली तथा संबंधित अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए।बच्चों के बीच पहुंचकर जयराम ठाकुर भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि “बच्चों के बीच आने से अपना बचपन याद आ जाता है, पढ़ते-खेलते बच्चों में अपना अक्स दिखाई देता है।” उन्होंने सभी छात्रों को मेहनत करने और अपने परिवार, गुरु, प्रदेश और देश का नाम रोशन करने की प्रेरणा दी।