Bilaspur,3 October-अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), बिलासपुर ने अपना तीसरा स्थापना दिवस उत्साह और गरिमा के साथ मनाया। कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा मुख्य अतिथि रहे, जबकि इसकी अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने की।
केंद्रीय मंत्री का संबोधन
नड्डा ने कहा कि बिलासपुर एम्स मात्र तीन वर्षों में रिकॉर्ड समय पर तैयार हुआ और अब यह प्रदेशवासियों के लिए राहत का केंद्र बन चुका है। उन्होंने बताया कि यहाँ 8 सफल किडनी ट्रांसप्लांट, क्षेत्रीय विषाणु अनुसंधान प्रयोगशाला, 750 बिस्तरों वाला इनडोर विभाग और 40 विभागों वाला ओपीडी कार्यरत है।साथ ही एमआरआई, सीटी, पीईटी स्कैन, एनआईसीयू,पीआईसीयू,कैथ लैब, ब्लड बैंक, रेडियोथेरेपी और डायलिसिस जैसी आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
अब तक 20,000 से अधिक मरीजों का हिमकेयर और आयुष्मान भारत योजनाओं के तहत निःशुल्क उपचार किया जा चुका है। नड्डा ने बताया कि मरीजों व परिजनों की सुविधा के लिए विश्राम सदन और परिसर में इनडोर स्टेडियम का निर्माण भी किया जा रहा है।उन्होंने घोषणा की कि कार्यान्वयन योजना 2025-26 के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश को 123 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि स्वीकृत की गई है, जिसमें से 73.13 करोड़ रुपये मातृ-शिशु विंग के लिए निर्धारित किए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री का संबोधन
कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि एम्स बिलासपुर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान की असली पहचान उसका मानव संसाधन, समर्पण और सेवा भाव होता है।उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में अनुसंधान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के महत्व पर बल देते हुए कहा कि आने वाले समय में आधुनिक तकनीक निदान को और सटीक बनाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा 70 आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें से 50 पहले ही शुरू हो चुके हैं।
सम्मान और उपस्थिति
स्थापना दिवस पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं और संकाय सदस्यों को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन, एम्स अध्यक्ष प्रो. डॉ. नरेंद्र कुमार अरोड़ा,कार्यकारी निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह, विधायक रणधीर शर्मा, जीतराम कटवाल, त्रिलोक जमवाल समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।