धर्मशाला, 17 दिसंबर ( TSN)- शीतकालीन सत्र में प्रदेश के व्यापक मुद्दों को लेकर कहने और करने को बहुत कुछ है। इसके बावजूद शीतकालीन सत्र को महज 4 दिन का कर दिया गया है। इसमें शनिवार को भी वर्किंग डे के तौर पर रखा गया है। ऊपर से हैरत ये है कि इस सत्र में दो दिन मुख्यमंत्री यहां रहेंगे और दो दिन नहीं रहेंगे जिससे ये जाहिर होता है कि सरकार ने पिछले दो सालों में जो किया है, उसकी जवाबदेही से सरकार घबराकर भाग रही है। ये बात धर्मशाला में मीडिया से रूबरू होते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कही.
सरकार ने पिछले दो सालों में जो किया उसका विपक्ष से सामना करने की हिम्मत नहीं
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार को हाल ही में बिलासपुर में आयोजित किए गए जश्न समारोह को लेकर घेरा जाएगा, क्योंकि जिस प्रदेश में प्राकृतिक त्रासदी में हजारों घर बह गए हों, करोड़ों का नुकसान हो गया हो और सरकार ने आपदा प्रभावितों को 7-7 लाख रुपए देने का वादा किया हो, बावजूद इसके कई घरों में अब तक पटवारी भी न पहुंचे हों, तो ऐसी स्थिति में कोई जश्न कैसे मना सकता है? जयराम ठाकुर ने कहा कि 25 करोड़ रुपए जश्न के नाम पर फूंक दिए गए और लोगों के बीच अपनी सभी गारंटियों को पूरा करने की बात कह कर उन्हें गुमराह किया जा रहा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि बाहर सीएम कह रहे हैं कि सब ठीक हो रहा है। विपक्ष ने कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दों को उजागर किया है। शीतकालीन सत्र में इन्हीं सवालों के जवाब पूछे जाएंगे, मगर सरकार से वो जवाब देते नहीं बन रहे है, इसलिए वो भाग रहे हैं जिसके कारण अमूमन 5, 7 या 8 दिन चलने वाले सत्र को 4 दिन का कर दिया गया है।