Delhi,30 July-भाजपा सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान पॉंटा साहिब-काला अंब क्षेत्र की रेल कनेक्टिविटी की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र,जो कि फार्मास्यूटिकल उत्पादन में एशिया में अग्रणी बन चुका है, अभी तक रेलवे संपर्क से वंचित है।
सांसद कश्यप ने बताया कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा 2003 में घोषित औद्योगिक पैकेज के चलते इस क्षेत्र में कई औद्योगिक इकाइयां स्थापित हुई थीं। लेकिन अभी भी रेलवे सुविधा का अभाव यहां की औद्योगिक प्रगति में बाधा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार उत्पादों के परिवहन में रेलवे लाइन अत्यंत आवश्यक है।उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि 2022 में इस परियोजना का प्रारंभिक सर्वे पूरा हो चुका है और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप दी गई है। अब आवश्यकता है कि इस परियोजना को शीघ्र स्वीकृति और कार्यान्वयन मिले।
कश्यप ने यह भी जानकारी दी कि 1 अप्रैल 2024 की स्थिति के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में ₹13,168 करोड़ लागत की कुल 255 किलोमीटर लंबाई की चार नई रेल लाइनों पर कार्य योजना/निर्माण चरण में है, जिनमें से 61 किलोमीटर का कार्य पूरा हो चुका है।उन्होंने बताया कि जगाधरी-पौंटा साहिब (62 कि.मी.) रेल लाइन का सर्वे पूरा कर लिया गया है, जबकि काला अंब व पौंटा साहिब होते हुए घनौली से देहरादून (216 कि.मी.) तक एक अन्य रूट पर भी सर्वे किया गया है। इसके अतिरिक्त, भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी तथा चंडीगढ़-बद्दी रेल परियोजनाओं पर भी कार्य जारी है, जिसमें राज्य सरकार की भागीदारी से प्रगति हो रही है।
सांसद कश्यप ने केंद्रीय रेल मंत्री से अपील की कि पॉंटा साहिब-काला अंब क्षेत्र की औद्योगिक और आर्थिक क्षमता को ध्यान में रखते हुए इस रेल परियोजना को प्राथमिकता दी जाए।