Chandigarh,8 August-पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अरविंद खन्ना ने आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि “आगे दौड़, पीछे छोड़” जैसी नीतियों ने राज्य के सार्वजनिक संस्थानों को गंभीर आर्थिक संकट में डाल दिया है।
खन्ना ने कहा कि मुफ्त बिजली और बस यात्रा जैसी लोकलुभावनी योजनाएं बिना किसी ठोस योजना व वित्तीय आधार के लागू की गईं,जिनका सीधा बोझ अब सरकारी खजाने और जनहित संस्थानों पर पड़ रहा है।उन्होंने आरोप लगाया कि अब सरकार स्वयं इन योजनाओं से किनारा करने के बहाने तलाश रही है।भाजपा नेता ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि जितना खर्च इन मुफ्त योजनाओं पर हर महीने हो रहा है,उतनी राशि समय पर जारी नहीं की जा रही। इसका सीधा असर कर्मचारियों पर पड़ रहा है, जिन्हें महीनों वेतन का इंतजार करना पड़ता है।
पीआरटीसी और रोडवेज कर्मचारियों के बार-बार विरोध और चक्का जाम के बावजूद सरकार ने कोई ठोस पहल नहीं की। खन्ना ने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण सरकारी बसों की मरम्मत तक समय पर नहीं हो पा रही,जिससे बसें बीच रास्ते में खराब हो रही हैं या तय समय पर नहीं चल पा रहीं। इससे विभाग को भारी नुकसान हो रहा है— वित्तीय भी और विश्वसनीयता के स्तर पर भी।उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “पंजाब की जनता ने आम आदमी पार्टी को चुटकुले सुनाने के लिए नहीं,बल्कि समस्याओं के समाधान के लिए चुना था। लेकिन यह सरकार जन अपेक्षाओं पर पूरी तरह विफल रही है।”खन्ना ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील की कि वे समय रहते जनहित संस्थानों को बचाने के लिए ठोस और व्यावहारिक कदम उठाएं, अन्यथा जनता इसका जवाब जरूर देगी।