कुरुक्षेत्र,15 दिसंबर –अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 ने राष्ट्र ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक पहचान बना ली है। इस महोत्सव के शिल्प और सरस मेले के अंतिम दिन शिल्पकार और कलाकार रुखसत होने से पहले अपने स्टॉलों और घाटों पर पर्यटकों गर्मजोशी के साथ स्वागत करते नजर आए. जाते-जाते ब्रह्मसरोवर के पावन तटों को नमन करके पर्यटकों से रुखसत ली तथा पर्यटकों से वादा करके गए कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 अगले वर्ष में फिर से मिलेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पूर्ण सुरक्षा और व्यवस्था के बीच सफल आयोजन के साथ सम्पन्न हुआ। अहम पहलु यह है कि आगामी वर्ष में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 में संभावित 1 दिसंबर 2025 के दिन दीपदान कार्यक्रम होगा।कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सीओ पंकज सेतिया कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 को यादगार और सफल बनाने के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया कर्मियों और शहर का आम नागरिकों का भरपूर सहयोग मिला। सभी के साझे प्रयासों से यह महोत्सव सफलता पूर्ण रूप से सम्पन्न हुआ। अब इस महोत्सव ने लोगों के दिलों में अपनी स्थाई पहचान बना ली है। इस महोत्सव में यह देखने को मिला कि हरियाणा ही नहीं देश के कोने-कोने से लोग शिल्पकला का दीदार करने के लिए पहुंचे है।