Shimla,22 June-पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर केंद्र की वित्तपोषित ‘फिना सिंह सिंचाई परियोजना’ में गम्भीर अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं।
जय राम ठाकुर ने बताया कि परियोजना के लिए अनुमानित लागत ₹297 करोड़ थी,जबकि न्यूनतम बोली ₹304 करोड़ से अधिक आई है।इससे साफ है कि सरकार कुछ ‘चहेती कंपनियों’ को फायदा पहुंचाने के लिए टेंडर की शर्तों से छेड़छाड़ कर रही है।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन कंपनियों को यह ठेका सौंपा जा रहा है,उनके पास डैम निर्माण का कोई अनुभव नहीं है।उन्होंने सरकार पर यह भी तंज कसा कि यह वही सरकार है जिसने पहले फिनाइल बेचने वाली कंपनी से नर्सों की भर्ती करवाई थी, जिस पर अदालत ने भी सवाल उठाए थे।
जय राम ठाकुर का दावा है कि अगर ज्वाइंट वेंचर की अनुमति दी जाती तो बिडिंग रेट 25–30% तक कम हो सकता था,जिससे सरकार को ₹75–90 करोड़ की बचत होती।उन्होंने कहा कि नेशनल हाइवे अथॉरिटी और बीआरओ जैसे केंद्रीय संस्थानों में भी 100 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं में ज्वाइंट वेंचर की अनुमति होती है,तो जल शक्ति विभाग ने इस परियोजना में इससे इनकार क्यों किया?
पूर्व मुख्यमंत्री ने मांग की कि:
टेंडर प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए
टेंडर शर्तों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धात्मक बनाया जाए
टेंडर फिर से आमंत्रित किया जाए
शर्तों में बदलाव किसके कहने पर किया गया, इसकी जांच हो
जय राम ठाकुर ने कहा कि यह परियोजना केंद्र की “त्वरित सिंचाई लाभान्वित कार्यक्रम (AIBP)” के तहत प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी है, जिसमें 90% धनराशि केंद्र से मिलती है। इस परियोजना से सुल्याली क्षेत्र की 4025 हेक्टेयर ज़मीन सिंचित होगी और 60 गांवों को लाभ मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि परियोजना की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए और किसी भी प्रकार की धांधली पर रोक लगे।