गुरुग्राम,1अप्रैल-भोंडसी जेल से इलाज के लिए सिविल अस्पताल आए एक कैदी के अपने ही घर पर मौज मस्ती करने का मामला सामने आया है।कैदी को 20 मार्च को इलाज के लिए पुलिस सुरक्षा के बीच सिविल अस्पताल लाया गया था,लेकिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने मिलीभगत कर आरोपी को अस्पताल में डॉक्टर की निगरानी में रखने की बजाय उसे परिवार के पास मौज मस्ती करने के लिए भेज दिया।इसकी सूचना जैसे ही क्राइम ब्रांच और खूफिया विभाग को लगी तो उन्होंने कैदी को न केवल उसके घर से काबू किया बल्कि इन पुलिसकर्मियों के कारनामे की सूचना आला अधिकारियों को भी दे दी जिसके बाद तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है।आला अधिकारियों ने तीनों की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं।
क्राइम ब्रांच की टीम को लगी थी पुलिसकर्मियों के रोहित के साथ मिलीभगत करने की सूचना
पुलिस की मानें तो रोहित की जेल में तबीयत खराब हो गई थी जिसके बाद उसे 20 मार्च को इलाज के लिए सेक्टर-10 सिविल अस्पताल लाया गया। यहां इलाज के लिए उसे भर्ती कर लिया गया।बताया जा रहा है कि यहां भर्ती करने के दौरान एस्कॉर्ट गार्ड में तैनात सिपाही पवन,मोहित और धर्मबीर को लगाया गया। कैदी रोहित ने तीनों से सांठ गांठ कर ली और दिन में तो वह अस्पताल में रहता,लेकिन दिन ढलते ही वह अपनी पत्नी और बच्चों के पास अपने घर वजीरपुर चला जाता और दिन निकलने से पहले ही वापस अस्पताल आ जाता। इस कारनामे की सूचना किसी तरह से खूफिया विभाग को लगी जिसके बाद क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर रोहित को उस वक्त काबू किया गया जब वह अपनी पत्नी व बच्चों के साथ घर पर मौज मस्ती कर रहा था। इस पर उसे गिरफ्तार कर वापस जेल भेज दिया गया जबकि तीनों सिपाहियों के खिलाफ प्रारंभिक कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर जांच के आदेश जारी कर दिए गए।
आरोपी रोहित के खिलाफ हैं कई मामले दर्ज
अधिकारियों की मानें तो रोहित पर करीब 10 संगीन मामले पहले ही दर्ज हैं।उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था,लेकिन जिस तरह से रोहित अपने घर पर मिला है यह सुरक्षा में बड़ी चूक है।ऐसे में तीनों आरोपी सिपाहियों के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।