Shimla,21August-प्रदेश विधानसभा में कर्मचारियों के लंबित महंगाई भत्ता (डीए) का मुद्दा आज गरमा गया। विपक्ष ने सरकार से स्पष्ट तिथि बताने की मांग की कि कर्मचारियों को डीए कब तक जारी किया जाएगा। मुख्यमंत्री की ओर से कोई ठोस आश्वासन न मिलने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया।
विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सरकार पर कर्मचारियों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों का 11% से अधिक महंगाई भत्ता रोक रखा है और मुख्यमंत्री इस विषय पर टालमटोल कर रहे हैं।जयराम ठाकुर ने कहा, “कांग्रेस ने कर्मचारियों के सहयोग से सरकार बनाई लेकिन आज वही कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है। मुख्यमंत्री हर बार जिम्मेदारी पूर्व सरकार पर डाल देते हैं, जबकि ढाई साल से ज्यादा का कार्यकाल पूरा हो चुका है।”उन्होंने याद दिलाया कि स्व. वीरभद्र सिंह सरकार के समय लंबित डीए को उनकी सरकार ने जारी किया था। साथ ही उनकी सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार की लंबित वेतन आयोग की सिफारिशों को भी लागू किया था।
नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि वर्तमान सरकार ने करीब 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का डीए बकाया कर्मचारियों को नहीं दिया है। साथ ही पिछले ढाई वर्षों से कर्मचारियों के मेडिकल बिलों का भुगतान भी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत डीए जारी करना चाहिए, ताकि कर्मचारी आर्थिक बोझ से राहत पा सकें.