कैथल, 31 दिसंबर ( TSN)-कैथल जिले के गांव फिरोजपुर में पराली जलाने की घटना के बाद पुलिस जांच से परेशान महिला की मौ.त हो गई। मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए महिला का श.व सीवन थाने के बाहर रखकर रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाते हुए इसे गैर-जिम्मेदार और अमानवीय करार दिया।
क्या है मामला?
कुछ दिन पहले फिरोजपुर गांव में पराली में आ.ग लगने की घटना सामने आई थी। पुलिस ने मामले में जांच शुरू की, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि जांच के दौरान पुलिस ने कुछ परिवारों को अनावश्यक रूप से परेशान किया। मृतका के परिजनों का कहना है कि महिला, जो पहले से मानसिक रूप से तनाव में थी, पुलिस की पूछताछ और दबाव के कारण और अधिक परेशान हो गई, जिससे उसकी मौ.त हो गई।ग्रामीणों ने महिला का शव सीवन थाने के बाहर रखकर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की
मृतका के परिवार को मुआवजा दिया जाए।
मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो।
पुलिस द्वारा ग्रामीणों को बेवजह परेशान करना बंद किया जाए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थिति को संभालने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। सीवन थाना एसएचओ कुलदीप देशवाल प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि मृतका के परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के नाम पर पुलिस निर्दोष लोगों को निशाना बना रही है। उन्होंने चेतावनी दी, कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। घटना ने ग्रामीणों और प्रशासन के बीच गहराती खाई को उजागर किया है। महिला की मौ.त ने पुलिस की कार्य शैली पर सवाल खड़े किए हैं, और अब सभी की नजरें इस पर हैं कि प्रशासन कैसे स्थिति को संभालता है।