Mandi,15 October:-पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार द्वारा 28 स्कूलों को डाउनग्रेड करने के निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के शिक्षा के प्रति समर्पण को 48 घंटे में ही भुला दिया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हाल ही में वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के अनावरण समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा था कि वीरभद्र सिंह ने एक बच्चे के लिए भी स्कूल खोला था, लेकिन अब खुद उनकी सरकार स्कूल बंद करने में लगी है। उन्होंने पूछा कि “अब उन बच्चों का क्या होगा जो इन स्कूलों में पढ़ते थे? क्या वे 10 किलोमीटर पैदल चलकर पढ़ाई करेंगे?”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यकाल में अब तक 1,448 स्कूल बंद किए गए हैं, यानी औसतन हर दिन एक से अधिक स्कूल बंद करने का रिकॉर्ड उनके नाम दर्ज हुआ है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में अब तक 15,000 से अधिक लोगों की नौकरियाँ छीनी गई हैं, जिससे हर दिन औसतन 15 लोग बेरोजगार हो रहे हैं।उन्होंने कहा कि सरकार स्कूल बंद करने की बजाय यह समझने का प्रयास करे कि छात्र संख्या घट क्यों रही है। पहले अध्यापकों को हटाया जाता है, जिससे नामांकन घटता है और फिर कम छात्रों का हवाला देकर स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। यह तरीका “एक आपराधिक साजिश” जैसा है।
एचआरटीसी प्रबंधन पर उठे सवाल, सरकार में तालमेल की कमी स्पष्ट
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा हाल में एचआरटीसी प्रबंधन पर की गई टिप्पणी से सरकार के अंदरूनी मतभेद उजागर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री एक-दूसरे के कामकाज पर सवाल उठाते हैं, जिससे प्रदेश की जनता को नुकसान उठाना पड़ता है।
सराज विधानसभा में संगठनात्मक बैठक
जयराम ठाकुर ने बुधवार को सराज विधानसभा क्षेत्र के बगस्याड़ में भाजपा के तीनों मंडलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने आगामी जनसंपर्क अभियानों और संगठनात्मक गतिविधियों पर चर्चा की।उन्होंने कहा कि भाजपा का बल कार्यकर्ताओं की निष्ठा और समर्पण से बढ़ता है। सभी पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सेवा, संगठन और सुशासन” के संकल्प को धरातल पर उतारने का संकल्प दोहराया।