Dharamshala,5 August-भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय शर्मा ने धर्मशाला में पत्रकारों को संबोधित करते हुए हिमाचल सरकार पर पर्यटन निगम के होटलों को “अपने लोगों को फायदा पहुंचाने की नीयत से” निजी हाथों में सौंपने का आरोप लगाया है।
संजय शर्मा ने कहा कि डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री विपक्ष में रहते हुए “हिमाचल फॉर सेल” का नारा लगाते थे, लेकिन अब वही सरकार होटलों और संस्थानों को बेचने में लगी है।
होटल मेघदूत प्रोजेक्ट पर आरोप:
शिमला-बिलासपुर मार्ग पर स्थित होटल मेघदूत (पूर्व में एप्पल कार्ट इन) का जिक्र करते हुए कहा गया कि
इसका शिलान्यास स्वर्गीय वीरभद्र सिंह और उद्घाटन पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने किया था।
होटल में उच्च गुणवत्ता का निर्माण होने के बावजूद, अब इसे निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि
2021 में एक निजी कंपनी ने ₹1.5 करोड़ की बोली लगाई थी, जिसे खारिज किया गया था।
अब उसी कंपनी ने 2025 में ₹2.5 करोड़ की ‘रिवाइज्ड बिड’ दी है, जिसे पर्यटन विभाग देख रहा है।
यह प्रक्रिया पुरानी निविदा के आधार पर आगे बढ़ाई जा रही है, जो पारदर्शिता पर सवाल उठाती है।
भ्रष्टाचार और पारदर्शिता के सवाल:
भाजपा ने पूछा कि यदि होटल की नीलामी होनी ही थी, तो नई निविदाएं (fresh tenders) क्यों नहीं मंगवाई गईं?
भाजपा नेता विश्व चक्षु ने कहा कि ADB फंड के तहत जिस होटल को अपग्रेड किया गया, उसे लीज पर देना फंड के उपयोग की शर्तों के खिलाफ है।
नादौन में ₹50 करोड़ की लागत से होटल निर्माण और देहरा में बिना स्पष्ट योजना के पर्यटन परियोजनाएं शुरू करने पर भी सवाल उठाए गए।
अन्य राजनीतिक और प्रशासनिक सवाल:
भाजपा ने आरोप लगाया कि कश्मीर हाउस को होटल से बदलकर पर्यटन निगम का दफ्तर बना दिया गया,जबकि वह एक बेहतरीन होटल की तरह चल रहा था।
उन्होंने धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए ₹30 करोड़ जमा न करवाने पर भी सरकार को घेरा और कहा कि इससे ₹250 करोड़ की केंद्रीय राशि अटकी हुई है।