Una,Rakesh-ऊना में क्रेशर यूनियन की एक अहम बैठक हुई,जिसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूनियन ने खुद को “खनन माफिया” कहे जाने पर कड़ा ऐतराज जताया। हिमाचल प्रदेश क्रेशर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि क्रेशर उद्योग देश के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है।उन्होंने बताया कि देशभर में निर्माण और विकास कार्यों में क्रेशर उत्पादों का इस्तेमाल होता है और हिमाचल का यह सेक्टर भी राज्य और राष्ट्र को भारी राजस्व देता है।
250 करोड़ का राजस्व और 4 हजार लोगों को रोजगार देने का दावा
राजेंद्र ठाकुर ने दावा किया कि सिर्फ ऊना जिले से ही क्रेशर यूनियन राज्य सरकार को अब तक 250 करोड़ रुपये का राजस्व दे चुकी है।इसके साथ-साथ जिले के 85 क्रेशर पट्टों से लगभग 4 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार भी मिला है।यूनियन ने यह भी कहा कि वह पूरी तरह कानून के दायरे में रहकर अधिकृत खनन पट्टों पर ही काम करती है।खनन के बाद प्रभावित इलाकों में वृक्षारोपण भी किया जाता है,ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे।