Mandi,3 October-डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि वे हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनने के इच्छुक नहीं हैं और इस बारे में उन्होंने पार्टी हाईकमान को भी सूचित कर दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव रखा था,लेकिन उन्होंने अपने परिवार की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इसे स्वीकार नहीं किया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पत्नी के देहांत के बाद उनकी प्राथमिक जिम्मेदारियाँ अब उनकी बेटी और परिवार की देखभाल हैं, इसलिए वे इस दायित्व को नहीं संभाल सकते।
पूर्व सरकार पर निशाना और जल जीवन मिशन के पैसे का मुद्दा
डिप्टी सीएम ने बताया कि पूर्व भाजपा सरकार के समय जल जीवन मिशन के पैसों से 120 करोड़ रुपए के रेस्ट हाउस बनाए गए थे। केंद्र सरकार अब इस धनराशि को रोक रही है क्योंकि उनका कहना है कि पैसा पानी उपलब्ध कराने के लिए था, न कि रेस्ट हाउस बनाने के लिए। वर्तमान प्रदेश सरकार का दावा है कि यह कार्य पूर्व सरकार के समय हुआ था।
मुकेश अग्निहोत्री के अनुसार, जेजेएम के तहत प्रदेश को 1200 करोड़ रुपए मिलने थे, लेकिन देशभर में योजना के तहत हुई गड़बड़ियों की जांच के कारण इसे रोक दिया गया है। प्रदेश में ठेकेदारों की शेष अदायगियां इसी योजना के तहत हैं।
पानी के बिलों की नई व्यवस्था
डिप्टी सीएम ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में पेंडिंग पानी के बिलों को वसूली से रोकने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी फिलहाल बिल वसूलने की प्रक्रिया को पंचायतों को सौंप दिया गया है। पंचायतें अब बिल जारी और कलेक्शन भी करेंगी। प्रदेश सरकार इस योजना के क्रियान्वयन पर कार्य कर रही है।