हिसार (एकता): हरियाणा की बेटियां शिक्षा के साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़कर प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। वह खेल के मैदान से लेकर खेती तक हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। गीतिका जाखड़, पूजा ढांडा के बाद अब हिसार की बेटी अर्जुन अवार्ड लाएंगी। हालांकि महिला पहलवान अंतिम पंघाल ने एशियाई खेलों से पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता था। अब वह अर्जुन अवार्ड के लिए चयनित हुई है। सूत्रों के मुताबिक उसने वर्ल्ड कुश्ती में गोल्ड मेडल भी जीता। इस साल एशियन चैंपियनशिप के लिए विनेश फोगाट को बिना ट्रायल चुने जाने पर उनके चयन को चुनौती दी थी। जानकारी के मुताबिक अंतिम पंघाल के पिता रामनिवास किसान हैं। वह चार बहनें हैं। अंतिम की बड़ी बहन सरिता कबड्डी की नेशनल खिलाड़ी हैं। उसने एशियाई खेलों से पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता था। अंतिम ने पहली बार 2023 में एशियन गेम्स में हिस्सा लिया था।
पिता ने बेटी के लिए छोड़ा गांव
कहते हैं कि मां-बाप अपने बच्चों का हर सपना पूरा करते हैं। बच्चे के चेहरे पर छोटी सी मुस्कान देखकर उनका हर दुख दूर हो जाता है। ऐसा ही कुछ एक पिता ने अपनी बेटी के लिए किया, उसने उसके सपनों को पूरा करने के लिए गांव तक छोड़ दिया। दरअसल बेटी की प्रैक्टिस के लिए वह गांव छोड़कर हिसार शहर की कॉलोनी में आकर बसे। जब सरिता ने कबड्डी की शुरुआत की तो छोटी बहन अंतिम ने भी खेलने की बात कही। इसके बाद अंतिम ने दाव-पेंच सीखना शुरू कर दिया। बेटी का सपना था कि वह कुश्ती में देश का नाम रोशन करे। ताकि हर किसी को उस पर गर्व हो।