केदारनाथ | उत्तराखंड के केदारनाथ धाम के समीप रविवार सुबह एक भीषण हेलीकॉप्टर हादसा हो गया। आर्यन कंपनी का यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ से फाटा की ओर लौट रहा था, जब गौरीकुंड क्षेत्र में त्रिजुगीनारायण के पास यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार सभी 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। शुरुआती जांच में खराब मौसम को इस हादसे की वजह माना जा रहा है।
रेस्क्यू में जुटी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ
घटना की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं। अधिकारियों के अनुसार, हेलीकॉप्टर का मलबा और सभी शव बरामद कर लिए गए हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उत्तराखंड के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरुगेशन भी मौके पर पहुंचे और हादसे की पुष्टि की।
स्थानीय महिलाओं ने दी सबसे पहले सूचना
हादसे की जानकारी सबसे पहले घास काट रहीं नेपाली मूल की महिलाओं ने पुलिस को दी। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार और हेलीकॉप्टर नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि ये महिलाएं गौरीकुंड के ऊपर स्थित खर्क क्षेत्र में थीं, जब उन्होंने हेलीकॉप्टर को गिरते हुए देखा। मृतकों में एक बच्ची और बीकेटीसी (बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) के कर्मचारी विक्रम सिंह रावत भी शामिल बताए जा रहे हैं।
पहाड़ों में लगातार हो रहे हादसे, उठे सुरक्षा पर सवाल
केदारघाटी में यह बीते महीनों का तीसरा बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा है, जिसने हेली सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- 7 जून की घटना: इसी महीने 7 जून को बडासू हेलिपैड से केदारनाथ जाते समय एक हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आने के चलते रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। पायलट की सूझबूझ से 5 यात्रियों की जान तो बच गई, लेकिन खुद पायलट घायल हो गया और हेलीकॉप्टर की टेल एक कार पर गिर गई, जिससे आसपास की दुकान भी क्षतिग्रस्त हुई।
- 8 मई का हादसा: इससे पहले 8 मई को उत्तरकाशी के गंगनानी क्षेत्र में एयरोट्रांस कंपनी का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें 6 लोगों की जान गई थी। वह हेलीकॉप्टर सहस्त्रधारा से हर्षिल जा रहा था। मृतकों में 4 मुंबई और 2 आंध्र प्रदेश के यात्री थे।
लगातार हो रही इन घटनाओं के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और स्थानीय प्रशासन ने हादसों की जांच तेज कर दी है।