7 July,2025-भारत को वर्ष 2026 में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी का अवसर मिला है, जिसे देश की वैश्विक कूटनीतिक और आर्थिक नेतृत्व क्षमता का एक महत्वपूर्ण प्रमाण माना जा रहा है।पंजाब से राज्यसभा सांसद और ब्रिक्स कृषि परिषद के अध्यक्ष डॉ. विक्रमजीत सिंह साहनी ने इस घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि यह अवसर भारत को अपने समावेशी विकास मॉडल, नवाचार और वैश्विक सहयोग की भावना को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का अवसर देगा, जैसा कि देश ने जी20 की सफल मेजबानी के दौरान प्रदर्शित किया था।
ब्राजील शिखर सम्मेलन में भारत की कूटनीतिक जीत
डॉ. साहनी ने बताया कि हाल ही में ब्राजील में आयोजित ब्रिक्स 2025 शिखर सम्मेलन में भारत ने कई अहम कूटनीतिक सफलताएं हासिल कीं। इसमें पहलगाम आतंकी हमले और सीमा पार आतंकवाद की स्पष्ट निंदा, साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए चीन और रूस समेत सभी ब्रिक्स देशों का समर्थन उल्लेखनीय रहा।
खाद्य सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला पर भारत की चिंताओं को मिली प्राथमिकता
ब्रिक्स कृषि परिषद के अध्यक्ष के रूप में डॉ. साहनी ने कहा कि ब्रिक्स अनाज विनिमय तंत्र को सुदृढ़ करने के प्रयासों के साथ खाद्य, ईंधन और उर्वरकों की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं पर भारत की चिंताओं को शिखर सम्मेलन में प्राथमिकता दी गई,जो एक सकारात्मक संकेत है।
डिजिटल नवाचार और स्टार्टअप नेतृत्व को भी मिली मान्यता
डॉ. साहनी ने बताया कि भारत के डिजिटल नेतृत्व, जैसे एआई गवर्नेंस, यूपीआई,फिनटेक नवाचार और डिजिटलीकरण के क्षेत्र में उसकी भूमिका को ब्रिक्स नेताओं द्वारा सराहा गया। इसके साथ ही,ब्रिक्स स्टार्टअप फोरम में भारत के सक्रिय योगदान और ब्रिक्स स्टार्टअप नॉलेज हब की शुरुआत को भी एक बड़ी उपलब्धि बताया गया।
COP33 की मेजबानी के लिए भारत को मिला समर्थन
उन्होंने यह भी साझा किया कि यह भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक सफलता है कि सभी ब्रिक्स सदस्य देशों ने 2028 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP33) की मेजबानी के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है।