Kullu,Manminder(TSN)-हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित भागा सिद्ध स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश कर रही हैं।यह समूह धागों और मनकों से आभूषण तैयार कर न केवल अपनी आजीविका चला रहा है,बल्कि स्थानीय युवतियों को भी रोजगार का अवसर प्रदान कर रहा है।
सरकार द्वारा चलाए जा रहे शहरी आजीविका मिशन के तहत इस समूह की महिलाएं घर बैठे झुमके,मालाएं और अन्य आर्टिफिशियल ज्वेलरी बना रही हैं।कुल्लू के ढालपुर क्षेत्र में लगाए गए उनके स्टॉल्स पर इन महिलाओं द्वारा तैयार किए गए गहनों को ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।
रीना,कांता,सुहानी और अनामिका जैसी महिलाएं आज प्रेरणा बन चुकी हैं!
समूह की प्रधान रीना बोध बताती हैं कि उन्होंने स्टार्टअप फंड के रूप में ₹10,000 और बाद में 4% ब्याज दर पर ₹2 लाख का ऋण लेकर इस काम की शुरुआत की। समय पर ऋण चुकाने के बाद उन्हें पुनः ₹3 लाख का ऋण मिला, जिससे वे अपने व्यवसाय को और विस्तार दे सकीं। आज उनके समूह की हर महिला महीने में ₹4,000 से ₹5,000 तक कमा रही है।रीना के अनुसार,उनकी टीम न केवल अपने उत्पादों को ऑनलाइन और स्थानीय मेलों में बेचती है, बल्कि अन्य लड़कियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रही है।कांता देवी,जो पिछले पांच वर्षों से समूह से जुड़ी हैं,कहती हैं कि इस कार्य से उन्हें आर्थिक स्थिरता मिली है।समूह से जुड़ी युवतियां,जैसे सुहानी और अनामिका, पढ़ाई के साथ खाली समय में आभूषण बनाकर अतिरिक्त आमदनी कर रही हैं। उन्हें समूह द्वारा प्रशिक्षण और कच्चा माल दोनों घर बैठे उपलब्ध कराया जाता है।
भागा सिद्ध स्वयं सहायता समूह…
भागा सिद्ध स्वयं सहायता समूह आज न केवल महिलाओं के लिए आय का स्रोत बना है,बल्कि उनके आत्मविश्वास और सम्मान को भी बढ़ा रहा है।