Mandi,8 July -सराज क्षेत्र के थुनाग बाजार में 30 जून की रात आई भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई,जिसमें लगभग 50 से अधिक भवन और 200 दुकानें प्रभावित हुईं। इसी आपदा की चपेट में थुनाग स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की शाखा भी आ गई,जो एक निजी भवन के ग्राउंड फ्लोर पर संचालित हो रही थी।
₹39 लाख कैश सुरक्षित,खाताधारकों को घबराने की आवश्यकता नहीं
बैंक के 22,000 खाताधारकों के लिए राहत की खबर यह है कि शाखा की सेफ में रखा गया ₹39 लाख नकद पूरी तरह सुरक्षित है।हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक मंडी के असिस्टेंट जनरल मैनेजर पंकज शर्मा ने बताया कि बाढ़ से केवल बैंक के कंप्यूटर, फाइलें और फर्नीचर प्रभावित हुए हैं, जबकि कैश सेफ को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।पंकज शर्मा ने बताया कि बैंक की सेफ अत्यंत मजबूत होती है। पानी या अन्य बाहरी कारकों से इसे कोई क्षति नहीं पहुंच सकती। इसके बावजूद यदि नुकसान होता भी, तो कैश बैंक की ब्लैंकेट इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत बीमित होता.
भ्रामक खबरों से बचें– शाखा में लॉकर सुविधा नहीं थी
सोशल मीडिया पर चल रही उन अफवाहों का खंडन करते हुए पंकज शर्मा ने स्पष्ट किया कि शाखा में लॉकर की सुविधा मौजूद नहीं थी, इसलिए गहनों के नुकसान की खबरें पूरी तरह निराधार हैं। शाखा में केवल कैश सेफ थी।
थुनाग:120 करोड़ वार्षिक कारोबार वाली अग्रणी शाखा
यह शाखा पिछले 25 वर्षों से अधिक समय से सक्रिय है और मंडी जिला की प्रमुख शाखाओं में गिनी जाती है। इसका सालाना कारोबार लगभग ₹120 करोड़ है।आपदा के बाद शाखा का तीन बार निरीक्षण किया जा चुका है।
राहत कार्य जारी – ₹1 करोड़ कैश वितरित
सरकारी आदेशों के तहत,थुनाग क्षेत्र के प्रभावित नागरिकों को ₹1 करोड़ नकद सहायता बैंक के माध्यम से वितरित की गई है।
बैंक सेवाएं जल्द होंगी बहाल
बिजली और इंटरनेट सेवा बहाल होते ही,अगले 2–3 दिनों में किसी अन्य सुरक्षित भवन में अस्थायी रूप से बैंक सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी।”हम खाताधारकों को विश्वास दिलाते हैं कि बैंक का पूरा रिकॉर्ड सुरक्षित है।जिला कार्यालय में मौजूद आवश्यक फाइलें थुनाग शाखा में स्थानांतरित की जाएंगी और जल्द ही सभी बैंकिंग सुविधाएं सुचारू रूप से शुरू कर दी जाएंगी।