Mandi,dharamveer-देव कमरुनाग मंदिर में वीआईपी दर्शन को लेकर शनिवार को कमरुनाग-जालपा-शिकारी सड़क को पुलिस द्वारा सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक आम जनता के लिए बंद रखा गया। सड़क पर लगे इस प्रतिबंध के कारण श्रद्धालुओं और सैलानियों को पांच घंटे तक कड़ी धूप में भूखा-प्यासा इंतजार करना पड़ा,जिससे लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला।
सड़क को शाला और सरोआ जंक्शन पॉइंट से किया बंद
सड़क को शाला और सरोआ जंक्शन पॉइंट से बंद कर दिया गया था,जहाँ सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे। इस दौरान सैलानी और श्रद्धालु मंदिर पहुंचने के लिए बेचैन होते रहे, लेकिन पुलिस द्वारा रास्ता नहीं खोले जाने से स्थिति और बिगड़ती चली गई।करीब चार घंटे बीतने के बाद जब पुलिस द्वारा रास्ता नहीं खोला गया, तो गुस्साए लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसका कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि लोग पुलिस प्रशासन पर वीआईपी संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं।
डीएसपी हेडक्वार्टर दिनेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और बताया कि,”कमरुघाटी की ओर वाहनों की अत्यधिक आवाजाही और सुरक्षा व्यवस्था के तहत मार्ग को अस्थायी रूप से बंद किया गया था। दोपहर बाद मार्ग को पुनः खोल दिया गया।”
गौरतलब है कि इन दिनों सरानाहुली उत्सव के चलते देव कमरुनाग मंदिर में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है।शनिवार को अवकाश का दिन होने और धार्मिक मेले की वजह से सैकड़ों लोग मंदिर की ओर रवाना हुए थे। इसी बीच वीआईपी मूवमेंट के कारण भीड़ और अधिक बढ़ गई, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए वीआईपी मूवमेंट और आम श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए अलग व्यवस्था की जाए, जिससे किसी को भी असुविधा न हो।