सिरसा 18 अगस्त : हर बार मानसून में जीवनदायिनी कही जाने वाली घग्गर नदी में जब भी पानी आता है तो घग्गर अपने विकराल रूप के चलते इसका पानी साथ लगते दर्जनों गांव में घुस जाता है। जिसके चलते घग्गर नदी के साथ लगते लगभग दर्जनों गांव के सेकड़ो किसानों को हर बार परेशानी झेलनी पड़ती है। पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार भारी बारिश के बाद अब सिरसा जिला अलर्ट मोड़ पर दिखाई दे रहा है हालाँकि सिरसा की घग्घर नदी और ओटू वियर में पानी अपेक्षा से कम ही आया है लेकिन जिस तरह से पहाड़ी इलाकों में लगातार भारी बारिश हो रही है उसे देखकर जिला प्रशासन हैरान और अलर्ट मोड़ पर आ गया है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अपने अधिकारियों को अलर्ट रहने के सख्त निर्देश दिए है। बता दे कि जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग को भी अगले कुछ दिनों तक पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश होने का अंदेशा है जिसको लेकर भी जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग भी सतर्क दिखाई दे रहा है। जिला प्रशासन ने अपने सभी अधिकारियों को मानसून को देखते हुए किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतने के निर्देश जारी किए है। हालाँकि इस बार पहले के मुकाबले में मानसून काफी कम दिखाई दे रहा है ;लेकिन अपने अंतिम दौर में मानसून के एक बार फिर से सक्रिय होने से सिरसा वासियों के साथ साथ जिला प्रशासन के भी हाथ पांव फूल रहे है। दिन रात जिला प्रशासन और ग्रामीण घग्गर नदी और ओटू वियर में आने वाले पानी की जानकारी जुटा रहे है और एहतियात के तौर पर उचित प्रबंध भी कर रहे है। सिरसा जिला को एक बार फिर से बाढ़ से बचाने के लिए जिला प्रशासन अपने स्तर पर तैयारी कर रहा है। वहीं अब पहाड़ी इलाकों में हो रही बरसात का असर अब मैदानी इलाकों में खूब देखने को मिल रहा है। एक और जहां घग्गर नदी में पानी आना शुरू हो गया है तो वही सिरसा जिले के गांव ओटू में बनाए गए हेड पर अब पानी इतना ज्यादा हो गया है की हेड के गेट से ऊपर पानी जाने लगा है। इसे लेकर अधिकारी सतर्क हो गए हैं और किसी प्रकार की कोई अवस्था ना हो इसके लिए लगातार निगरानी रखे हुए हैं। इस संदर्भ में घग्गर जल सेवा मंडल के कार्यकारी अभियंता अजीत हुड्डा से इस बारे बात की तो उन्होंने बताया कि फ़िलहाल सिरसा जिला में अभी कोई बाढ़ का खतरा नहीं है लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर उन्होंने बाढ़ से बचाव के लिए व्यापक प्रबंध किए है। उन्होंने कहा कि किसानों और साथ लगते ग्रामीणों को चिंता करने की जरुरत नहीं है ,अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है और सभी ग्रामीण भी घग्गर पर नजर बनाये हुए है।कार्यकारी अभियंता अजीत हुड्डा ने बताया कि मारकंडा और टागरी में अभी बरसात का पानी आया है घग्गर नदी में भी पानी आ चुका है क्योंकि पिछले दिनों पंचकूला में बरसात हुई है। इसके लिए गिहा चिका पर 33000 क्यूसेक पानी पहुंच गया था उसी का असर अब देखने को मिल रहा है। अभी सरदूलगढ़ में 11000 क्यूसेक पानी हुआ है जो कल सुबह 6000 था उन्होंने बताया कि अब आगे ज्यादा बढ़ाने की उम्मीद नहीं है।