दिल्ली (एकता): दुनिया में किसी टॉप की कंपनी में नौकरी करने का हर किसी का सपना होता है। हर कोई अच्छी सैलरी कमाना चाहता है। ताकि वह अपनी जरूरतें पूरी कर सकें। देश में कई युवा ऐसे भी हैं जिन्हें ऐसे बड़ी नौकरी मिलती है। अगर किसी को गूगल-फेसबुक जैसी दिग्गज कंपनियों में नौकरी का सुनहरा मौका मिले तो हर कोई करना चाहेगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta में एक युवक को नौकरी मिली थी, हालांकि उसकी सैलरी भी अच्छी खासी थी। लेकिन युवक ने किसी कारण से वह नौकरी छोड़ दी। उसके पीछे का कारण आपको भी हैरान कर देगा।
3 करोड़ थी साल की सैलरी
बता दें कि एरिक यू की. को करीब 28 साल की ही उम्र में फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा में नौकरी मिल गई थी। जिस नौकरी को हर युवा तरसता है, वैसी ही इसको नौकरी मिली। सैलरी सुनकर भी हर युवा खुश हो जाता था। करीब 3 करोड़ रुपए एरिक यू की. सैलरी थी। हर साल उसे मोटी सैलरी मिलती थी, लेकिन उसने मजबूर होकर नौकरी छोड़ दी। इतना ही नहीं उसने गूगल तक का ऑफर मानने से मना कर दिया था। जब उन्होंने मेटा में नौकरी शुरू की तो उन्हें पता चला कि जैसा उन्होंने काम सोचा था असल में वैसा कुछ भी नहीं है।
इन कारणों से खराब था कल्चर
जब उसने नौकरी शुरू की तो उस पर कई दबाव आने लगे। कोडिंग के उच्च मानकों को पाने का प्रेशर लगातार रहता था। इसके अलावा काम पर मिलने वाले फीडबैक काफी सख्त थे। बात-बात में कमियां निकालना। मेटा के वर्क कल्चर को टॉक्सिक बना दिया था। इसलिए उसने नौकरी छोड़ दी।
इस वजह से आने लगे अटैक
बता दें कि काम के प्रेशर और टॉक्सिक वर्क कल्चर के चलते एरिक को पैनिक अटैक आने लगे। दरअसल पहली बार उन्हें वर्क फ्रोम होम करते हुए यह अटैक आया था। आखिरकार उसने मेटा की मोटी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी। उसका कहना है कि ऐसी नौकरी का क्या जहां घुटकर काम करना पड़े।
जानें अब कौन सा काम कर रहे हैं एरिक
एरिक मेटा की नौकरी छोड़ रियल एस्टेट में हाथ आजमा रहे हैं, जहां उन्हें अच्छी सफलता मिल रही है। वहां उनकी सैलरी भी अच्छी-खासी है। लेकिन इसका खुलासा नहीं हो पाया है कि उनकी सालाना सैलरी कितनी है।