धर्मशाला,राहुल चावला(TSN)— अब कुल्लू जिला के सैलानियों को रामशिला से लेकर पीरडी तक ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग का रोमांच मिलेगा।पर्यटन विभाग ने इस रिवर राफ्टिंग साइट को आधिकारिक रूप से शुरू कर दिया है, और इसके साथ ही एक नई रिवर राफ्टिंग संगठन का भी गठन किया जाएगा। इस पहल से न केवल सैलानियों को नई रिवर राफ्टिंग सुविधा का लाभ मिलेगा,बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
कुल्लू में नई रिवर राफ्टिंग साइट शुरू.
सोमवार को कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर ने रामशिला में इस नई रिवर राफ्टिंग साइट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर रिवर राफ्टिंग से जुड़ी युवा टीम ने उनका स्वागत किया और इस नई शुरुआत के लिए उनका आभार व्यक्त किया। विधायक ने इस साइट को शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग और अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के अधिकारियों को निर्देशित किया था,जिसके बाद ब्यास नदी में राफ्टिंग का सफल ट्रायल किया गया।नई राफ्टिंग साइट के शुरू होने से अब सैलानी झिड़ी,भुंतर,रायसन,बबेली, पीरडी और रामशिला से पीरडी तक के बीच राफ्टिंग का आनंद ले सकेंगे। विधायक सुंदर ठाकुर ने बताया कि कुल्लू में रिवर राफ्टिंग कारोबार हर साल 100 करोड़ रुपये से अधिक का है और इससे 5000 से ज्यादा युवाओं को रोजगार मिलता है।
अब यहां भी होगी रिवर राफ्टिंग
विधायक ने यह भी बताया कि पहले रिवर राफ्टिंग रायसन से रामशिला तक और पीरडी से झिड़ी तक होती थी, लेकिन अब रामशिला से पीरडी तक का नया राफ्टिंग स्ट्रेच जोड़ा गया है,जिससे इस क्षेत्र की कुल राफ्टिंग लंबाई 25 किलोमीटर हो गई है। यह उत्तर भारत में सबसे लंबा रिवर राफ्टिंग स्ट्रेच है।गौरतलब है कि कुल्लू जिले में 400 पंजीकृत राफ्ट और 350 से ज्यादा लाइसेंस प्राप्त गाइड हैं।इसके अलावा, रायसन से लेकर झिड़ी तक 100 एजेंसियां संचालित हो रही हैं, जो हजारों युवाओं को रोजगार प्रदान कर रही हैं।