मंडी : धर्मवीर ( TSN)- मंडी से औट तक भारी बारिश के कारण बंद पडे चंडीगढ़ मनाली नेश्नल हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है। करीब 11 घंटे बाद यह नेशनल हाइवे बहाल हो पाया है। यह हाईवे मंडी के 4 मील से लेकर औट तक कहीं लैंडस्लाइड तो कहीं सड़क पर मलबा आने के कारण बंद हो गया था। सुबह से ही हाईवे को बहाल करने के लिए मौके पर लगातार मशीनरी डटी हुई थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र हाईवे को बहाल करने के लिए सुबह ही पुलिस जवानों के साथ मौके पर डटे हुए थे।
3 से 4 जगहों पर अभी भी रूक-रूककर क्रॉस हो रहे वाहन
मिली जानकारी के अनुसार रात करीब 2 बजे हाईवे यातायात के लिए बंद हो गया। सुबह करीब 10 बजे कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को एक तरफा यातायात के लिए ही बहाल किया गया। जिसके बाद बीती रात से हाईवे के दोनों ओर खड़े 2 हजार के करीब वाहनों का निकाला गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी सागर चंद्र ने बताया कि 3 से 4 जगह पर हाईवे एकतरफा यातायात के लिए ही बहाल हो पाया है और यहां ट्रेफिक को रोक-रोककर गुजारा जा रहा है। यह हाईवे यातायात के लिए जहां-जहां से प्रभावित हुआ है उसमें कैंची मोड़ के पास दरारें आना, दयोड के पास नाले का मलबा सड़क पर आ जाना, हणोगी के पास पिछली बरसात के दौरान लगाए गए डंगों का ढह जाना, जागर नाला के पास नाले का मलबा सड़क पर आ जाना और 9 व 6 मील के पास लैंडसलाइड होना शामिल है। इन सभी प्वांइड से मलबे व मिट्टी को हटाकर दोपहर करीब 1 बजे वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है।वहीं सागर चंद्र ने बताया कि मंडी से औट तक जगह-जगह अभी भी लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है। उन्होंने वाहन चालकों को रात के समय इस नेशनल हाईवे पर आवाजाही न करने की हिदायत दी है।
पंडोह के डैम साथ लगते कैंची मोड़ पर फिर आई दरारें
वहीं उधर चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर पंडोह कैंची मोड के पास लगाए गए डंगे में एक बार फिर से दरारें दिखना शुरू हो गई हैं। करीब 8 महीनों की जदोजहद के बाद 40 करोड़ की लागत से पंडोह डैम के साथ लगते कैंची मोड़ के पास पिछली बरसात में क्षतिग्रस्त हुए हाईवे का निर्माण हुआ था। लेकिन इस बरसात के मौसम में कुछ दिन पहले हुई बारिश के दौरान ही यहां पर दरारें आ गई थी। उस वक्त एनएचएआई और निर्माण कार्य कर चुकी कंपनी ने दलील दी थी कि बरसात में जगह बैठने के कारण यह हुआ है और यह सामान्य घटना है। लेकिन अब जब दूसरी बार फिर से भारी बारिश हुई तो यहां फिर से दरारें आ गई। जिस कारण यहां यातायात एकतरफा और सावधानीपूर्वक गुजारा जा रहा है। यहां पर बार-बार हर बरसात में दरारें आने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।